चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान मंगलवार को राज्य विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह सांधवान ने यह जानकारी दी।

राज्य विधानसभा का सत्र आयोजित करने को लेकर राजभवन और आम आदमी पार्टी (आप) के नेतृत्व वाली सरकार के बीच टकराव के बाद रविवार को पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने 27 सितंबर को सत्र के आयोजन की अनुमति दी।

विधानसभा अध्यक्ष की घोषणा के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो विधायक अश्विनी शर्मा और जंगी लाल महाजन ने सदन से बर्हिमन किया। सांधवान ने यह भी कहा कि सदन की कार्य मंत्रणा समिति ने पहले के संभावित एक दिवसीय सत्र की अवधि को तीन अक्टूबर तक बढ़ाने का फैसला किया है।

विधानसभा परिसर के बाहर मंत्री अमन अरोड़ा ने पत्रकारों से कहा कि मख्यमंत्री सदन में विश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे।

उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार बहुमत में है और 117 सदस्यीय विधानसभा में उसके 92 विधायक हैं, लेकिन भाजपा और केंद्र में उसके नेतृत्व वाली सरकार राज्य में सरकार को गिराने का प्रयास कर रही है। अरोड़ा ने कहा, ‘‘इसलिए, यह हमारा कर्तव्य है कि पंजाब के तीन करोड़ लोगों ने जो जनादेश दिया है उसे बताया जाए कि कोई खतरा नहीं है।’’

भाजपा पर पंजाब में आप नीत सरकार को गिराने का आरोप लगाए जाने के बाद आप ने विशेष प्रस्ताव लाने के लिए 22 सितंबर को विशेष सत्र के आयोजन की मांग की थी।

आप ने हाल में दावा किया था कि उसके कम से कम 10 विधायकों से संपर्क किया गया और भाजपा ने अपने ‘ऑपरेशन लोटस’ के तहत छह महीने पहले बनी राज्य सरकार को गिराने के लिए उन्हें 25-25 करोड़ रुपये देने की पेशकश की।