चंडीगढ़, 10 अप्रैल (हि.स.)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 में मंगलवार को मुल्लांपुर के नए पीसीए स्टेडियम में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 183 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, पंजाब किंग्स ने बल्लेबाजी में धीमी शुरुआत की, जिसके परिणामस्वरूप टीम को अंतिम चार ओवरों में 67 रनों की जरूरत थी, जिसके बाद दो उभरते सितारे शशांक सिंह और आशुतोष शर्मा ने बेहतरीन और आक्रामक बल्लेबाजी कर टीम को लगभग जीत दिला ही थी, लेकिन अंत में टीम को 2 रन से हार का सामना करना पड़ा।



इससे पहले पंजाब किंग्स के कप्तान शिखर धवन ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया। पंजाब के तेज गेंदबाज अर्शदीप ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए चार विकेट लिए और अपने चार ओवरों में सिर्फ 29 रन दिए, जबकि हर्षल पटेल और कैगिसो रबाडा ने भी कम इकॉनमी रेट बनाए रखा। हालांकि नितीश रेड्डी की 37 गेंदों में 64 रनों की पारी की बदौलत सनराइजर्स की टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर 182 रन तक पहुंचने में सफल रही।



मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में शशांक ने पावर-हिटिंग के लिए आशुतोष की प्रशंसा की और उन्हें आखिरी मिनट तक टीम को बढ़त पर बनाए रखने का श्रेय दिया।



शशांक ने कहा, "हम हमेशा जीतने के लिए खेलते हैं। इसलिए, चाहे हम 2 रन से हारें या 20 रन से, हम निराश हैं। हार तो हार होती है। लेकिन जिस तरह से हम खेल को अंतिम गेंद तक ले गए, हमें आशुतोष को उनकी पारी का श्रेय देना होगा। जिस तरह से वह उतरे और बल्लेबाजी की वह शानदार थी। आखिरी गेंद तक हमें विश्वास था कि हम जीत जाएंगे। हम बीच में चर्चा कर रहे थे कि लक्ष्य का पीछा करना संभव है। लेकिन उनादकट ने अच्छी गेंदबाजी की और हमें रोकने में सफल रहे।"



दोनों बल्लेबाजों ने मैच में 27 गेंदों पर नाबाद 66 रनों की साझेदारी की। आशुतोष 15 गेंदों में 33 रन बनाकर नाबाद रहे, वहीं शशांक 25 गेंदों में 46 रन बनाकर नाबाद रहे।



अपने प्रदर्शन पर शशांक ने खुलासा किया कि टीम प्रबंधन और कोचिंग स्टाफ द्वारा दिखाए गए विश्वास ने उन्हें आत्मविश्वास हासिल करने में मदद की।



उन्होंने कहा, "हमने प्री-सीज़न पंजाब किंग्स कैंप में बहुत सारे मैच सिमुलेशन किए। हम बीच के ओवरों में बल्लेबाजी करते हैं, इसलिए हमें कई परिदृश्य दिए गए, जहां हमें 5 ओवरों में 60-70 रनों का पीछा करना था और हम कुछ बार ऐसा करने में सक्षम थे। हम दोनों एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं। भले ही हमें अंतिम 4 ओवरों में 60 रनों की आवश्यकता हो, हमें विश्वास है कि हम एक बड़ा ओवर हासिल कर सकते हैं और जीत हासिल कर सकते हैं। कोचिंग स्टाफ, सहयोगी स्टाफ और प्रबंधन ने हम पर विश्वास कर हमें आत्मविश्वास दिया है।"



32 वर्षीय खिलाड़ी ने मैच से मिली सीख के बारे में भी खुलकर बात की और कहा कि वह कोचों के साथ चर्चा करेंगे कि वह आगे कैसे सुधार जारी रख सकते हैं।

उन्होंने कहा, "व्यक्तिगत रूप से, मैं मैच में गेंद को अच्छे से हिट करने में सक्षम था जिससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिला। लेकिन अगर हम जीत हासिल करने में असमर्थ हैं, तो हमेशा सुधार की गुंजाइश रहती है। इसलिए, हमें इस पर चर्चा करनी होगी। अब कोचों के साथ हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि हम महत्वपूर्ण 2-3 रन कैसे हासिल कर सकते हैं, या किन गेंदबाजों पर किन परिस्थितियों में आक्रमण कर सकते हैं।''



टीम के लिए अपनी भूमिका पर बोलते हुए, शशांक ने कहा कि उन्हें पंजाब किंग्स के लिए खेल खत्म करना होगा और जीत हासिल करनी होगी।



उन्होंने कहा, "बीच के ओवरों में, हमारा काम खेल को अंतिम ओवर तक ले जाना और अपनी टीम के लिए गेम जीतना है। यह हर बार संभव नहीं है। लेकिन अगर हम क्रीज पर समय बिता सकते हैं, और परिस्थितियों से अच्छी तरह तालमेल बिठा सकते हैं, तो फिर इससे हमारी संभावनाएँ बेहतर होती हैं। जितना अधिक मैं खेल ख़त्म कर पाऊँगा, यह टीम के लिए उतना ही अधिक लाभदायक होगा।"



पंजाब किंग्स की टीम अपने अगले मुकाबले में शनिवार, 13 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स का सामना करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुनील