जयपुर : राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि के साथ-साथ अस्पतालों में संक्रमित मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ रही है। वहीं राज्य में प्रतिदिन संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हालात अभी नियंत्रण में हैं लेकिन जिस रफ्तार से रोजाना नए मामले आ रहे हैं उससे परिस्थितियां बिगड़ सकती हैं।

राज्य में मंगलवार को एक ही दिन में 5,528 नए मामले सामने आये और 28 लोगों की मौत हो गई। राज्य में अभी तक कुल 3,75,092 लोग संक्रमित हुए हैं जबकि संक्रमण से 2,979 लोगों की मौत हुई है।

राज्य सरकार ने संक्रमण की स्थिति को देखते हुए 60 और उससे अधिक बिस्तरों वाले निजी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिये 25 प्रतिशत बिस्तर आरक्षित करने के निर्देश नौ अप्रैल को जारी किये थे।

जयपुर के राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के अधीक्षक डॉक्टर अजीत सिंह शेखावत ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, ‘‘पिछले तीन दिनों से रोजाना 100 से अधिक संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। इस बार स्थिति खतरनाक है और अस्पताल में बिस्तर तेजी से भर रहे हैं।’’

उन्होंने बताया कि अस्पताल में 450 बिस्तरों पर ऑक्सीजन की अबाध आपूर्ति हो रही है और 200 बिस्तर गहन चिकित्सा ईकाई में हैं। कुल 1,200 मरीजों के लिये व्यवस्था है।

उन्होंने बताया कि मंगलवार को लगभग आधे बिस्तर मरीजों से भर गये हैं।

राजस्थान अस्पताल के अध्यक्ष और श्वसन चिकित्सा के विशेषज्ञ डॉ विरेन्द्र सिंह ने बताया कि संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते उनके अस्पताल में भी बिस्तर कम पड़ने लगे हैं।

उन्होंने बताया, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर बहुत खतरनाक है और मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। हमारे अस्पताल में बिस्तर पूरी तरह भर चुके हैं।’’

मुख्यमंत्री गहलोत ने देश में कोरोना के हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि संक्रमण विकराल रूप ले चुका है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मीडिया में लगातार अन्य राज्यों से आ रहीं अस्पतालों में रेमडेसिविर समेत दवाइयों के लिए लगी कतारों और श्मशान व खुले में मृतकों को एक साथ जलाने की तस्वीरें हृदय विदारक हैं। कोरोना अब विकराल रूप ले चुका है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान में अभी इस तरह के हालात कहीं नहीं हैं लेकिन जिस रफ्तार से रोजाना नए मामले आ रहे हैं उससे परिस्थितियां बिगड़ सकती हैं।' इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है कि वे अनावश्यक घर से बाहर ना निकलें। यदि बाहर निकलना पड़े तो मास्क पहनें, दो गज की दूरी बनाए रखें और बार-बार हाथ धोते रहें। अब थोड़ी सी भी लापरवाही अपने एवं अपनों के लिए खतरनाक साबित होगी।

चिकित्सा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 60 या उससे अधिक बिस्तर वाले निजी अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के लिये 25 प्रतिशत बिस्तर वार्ड में और 25 प्रतिशत बिस्तर गहन चिकित्सा ईकाई (आईसीयू) में आरक्षित करने के निर्देश जारी किये गये हैं।