नयी दिल्ली : श्रीनू बुगाथा ने अपने निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रविवार को यहां आयोजित एजिस फेडरल लाइफ इंश्योरेंस नयी दिल्ली मैराथन के छठे सत्र के पुरूष वर्ग का खिताब अपने नाम किया लेकिन वह तोक्यो ओलंपिक के क्वालीफाईंग मानक समय को हासिल करने में नाकाम रहे।

महिला वर्ग में एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता सुधा सिंह शीर्ष स्थान पर रही।

बुगाथा ने दो घंटे 14 मिनट 59 सेकेंड का समय लिया जबकि ओलंपिक क्वालीफिकेशन के लिए मानक समय दो घंटे 11 मिनट और 30 सेकेंड है।

ओलंपिक में लगातार तीसरी बार भाग लेने की कोशिश में लगी सुधा भी यहां यह मानक हासिल करने में नाकाम रही। उन्होंने दो घंटे 43 मिनट और 41 सेकेंड के समय के साथ मैराथन पूरी की जबकि महिलाओं के लिए ओलंपिक क्वालीफिकेशन का मानक दो घंटे 30 मिनट है।

खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने यहां पुरस्कार समारोह के बाद दोनों से तोक्यो ओलंपिक के सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत को जारी रखने की सलाह दी।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आपको आपकी जीत और क्वालीफाई (ओलंपिक) करने के प्रयास के लिए बधाई देता हूं । मुझे यकीन है कि आप कड़ी मेहनत से जल्द ही वांछित परिणाम हासिल करेंगे। लय हासिल करने के बाद आप निकट भविष्य में ऐसा कर सकेंगे।’’

उत्तराखंड के नितेन्द्र सिंह रावत (दो घंटे 18 मिनट 54 सेकेंड) और सेना खेल संस्थान के रशपाल सिंह (दो घंटे 18 मिनट 57 सेकेंड) ने एलीट पुरुष वर्ग में क्रमश: रजत और कांस्य अपने नाम किये। एलीट महिला वर्ग में महाराष्ट्र की ज्योति गावते (दो घंटे 58 मिनट 23 सेकेंड) और लद्दाख की जिगमेत डोल्मा (तीन घंटे चार मिनट और 52 सेकेंड) के समय के साथ क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं।