चेन्नई, :तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने  केंद्र से इस साल हज यात्रियों के लिए चेन्नई को फिर से प्रस्थान स्थल बनाने के वास्ते कदम उठाने का अपना अनुरोध दोहराया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नवंबर 2021 में लिखे अपने पत्र का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि हर साल तमिलनाडु से 4,000 से अधिक हज यात्री चेन्नई से सऊदी अरब की यात्रा पर जाते हैं।

हज 2019 के दौरान, तमिलनाडु, पुडुचेरी और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के 4,500 से अधिक तीर्थयात्री चेन्नई से हज यात्रा पर रवाना हुए थे।

बृहस्पतिवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को संबोधित एक पत्र में, मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु के हज यात्रियों को हज के लिए रवाना होने के लिए 700 किलोमीटर से अधिक दूर कोचीन जाने के लिए कहा जाता है।

उन्होंने कहा कि भारत की हज कमेटी ने हज प्रस्थान स्थलों की संख्या 21 से कम करके 10 कर दी और तमिलनाडु के हज यात्रियों के लिए कोचीन को (महामारी के कारण) रवानगी स्थल बना दिया, जिसके कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और अतिरिक्त खर्च करना पड़ता है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘इसके अलावा, सऊदी अरब ने अंतरराष्ट्रीय तीर्थयात्रियों के लिए सभी कोविड-19 संबंधित पाबंदियों में ढील दी है। इसलिए, प्रस्थान स्थलों की संख्या में कमी पर पुनर्विचार किया जा सकता है।’’

इस संबंध में समुदाय के सदस्यों से कई ज्ञापन प्राप्त हुए हैं। इसलिए, उन्होंने केंद्रीय मंत्री से तमिलनाडु और पड़ोसी राज्यों के हज यात्रियों की सुविधा पर विचार करने और हज 2022 के लिए चेन्नई को फिर से एक रवानगी स्थल बनाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का अनुरोध किया है।