नागपट्टिनम (तमिलनाडु) : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार कावेरी डेल्टा के किसानों के लिए 61.09 करोड़ रुपये के ‘कुरुवई धान फसल पैकेज’ का विस्तार करेगी, जैसा पिछले वर्ष किया गया था। उन्होंने कहा कि इससे खाद्यान्न की पैदावार बढ़ाने में मदद मिलेगी।

डेल्टा क्षेत्र के जिलों के दो दिवसीय दौरे के समापन पर स्टालिन ने कहा कि पैकेज में डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) और पोटाश जैसे उर्वरकों और कृषि उपकरणों समेत प्रमाणित बीजों के वितरण के लिए 47 करोड़ रुपये का प्रावधान होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘इस कुरुवई पैकेज से करीब तीन लाख किसानों को फायदा होगा। पिछले साल की तरह इस साल भी हम धान की खेती में लक्ष्य को पार करने और डेल्टा जिलों में पैदावार बढ़ने की उम्मीद करते हैं।’’

तिरुचिरापल्ली में स्टालिन ने कहा कि उत्तर-पूर्वी मॉनसून के आगमन के पहले कावेरी डेल्टा क्षेत्र में सिंचाई नहरों और जलाशयों से गाद निकालने का काम किया गया है। किसानों के फायदे के लिए मेट्टूर बांध से भी पानी छोड़ा गया है।

उन्होंने कहा, ‘‘दो दिवसीय यात्रा ने मुझे अत्यधिक संतुष्टि दी। पिछले साल, हमने गाद निकालने का काम शुरू किया और सुनिश्चित किया कि कावेरी का पानी अंतिम छोर तक पहुंचे।’’ स्टालिन ने कहा कि गाद निकालने के लगभग 683 कार्य पूरे हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कावेरी का पानी अब अंतिम छोर तक जाएगा... इससे उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलेगी। किसान खुश होंगे।’’

कावेरी डेल्टा जिलों की दो दिवसीय यात्रा के समापन पर स्टालिन ने मंगलवार को नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई और तिरुवरुर जिलों में गाद निकालने के कार्य का निरीक्षण किया। कुरुवई धान की फसल की खेती से पहले राज्य सरकार ने तिरुचिरापल्ली, करूर, अरियालुर, पेरम्बलुर, पुदुकोट्टई, तंजावुर, तिरुवरूर, नागपट्टिनम, मयिलादुथुराई और कुड्डालोर जिलों में 4,964.11 किलोमीटर के क्षेत्र में सिंचाई नहरों और जलाशयों की सफाई का काम शुरू किया था जिसे पूरा कर लिया गया है।