अमेठी, 05 अप्रैल (हि.स.)। देश की वीवीआईपी और हॉट सीट अमेठी लोकसभा-37 पर जहां भारतीय जनता पार्टी ने बहुत पहले ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को चुनाव मैदान में पुन: उतारा है तो वहीं कांंग्रेस पार्टी ने अभी तक अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं कर पायी है। इस हालात में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जनमानस में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।



विपक्ष का आरोप है कि जो कभी(अमेठी) कांग्रेस का गढ़ रहा, आज वहीं इस पार्टी को चुनाव मैदान में उतारने के लिए प्रत्याशी नहीं मिल रहे हैं। इस असंमजस के दौर में कांग्रेस की ओर से अमेठी में प्रत्येक सप्ताह अलग-अलग नामों को लेकर आम जनमानस कयास लगा रहा है। अब सोशल मीडिया पर कुछ लोगों के द्वारा एक पोस्टर वायरल किया जा रहा है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि अमेठी से रॉबर्ट वाड्रा चुनाव लड़ेंगे।

देशवासी अमेठी को नेहरू गांधी खानदान के गढ़ के रूप में देखते हैं। इसके बावजूद अभी तक गांधी परिवार द्वारा इस लोकसभा सीट के प्रत्याशी की घोषणा न करना कहीं ना कहीं अमेठी वासियों को दोयम दर्जे की लाइन में खड़ा कर दिया है। कांग्रेस पार्टी की प्रत्येक सीईसी की बैठक में लोगों को यह उम्मीद होती है कि इस बार अमेठी लोकसभा से प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी। लेकिन जब सूची सार्वजनिक होती है तो अमेठी का नाम न देखकर लोग हताश और निराश हो जाते हैं।

लोक सभा सीट अमेठी पर प्रत्येक सप्ताह अलग-अलग नामों के कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस समर्थक कभी राहुल गांधी तो कभी वरूण गांधी तो फिर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा उर्फ मोना, अब सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा का नाम सुर्खियों में है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि यह नाम आखिर कब तक चलता है और कब दूसरे अन्य नाम पर संभावनाएं तलाशी जायेगी। वैसे भी अगर अमेठी से रॉबर्ट वाड्रा चुनाव लड़ते हैं तो भारतीय जनता पार्टी को यह बड़ा मुद्दा मिलेगा, क्योंकि वह लगातार परिवारवादी पार्टी के रूप में कांग्रेस का घेराव करती रहती है।

गौरतलब है कि इस बार तो रॉबर्ट वाड्रा ने स्वयं ही अमेठी से चुनाव लड़ने की इच्छा प्रकट कर दी है। उनका कहना है कि अमेठी के लोग चाहते हैं वह चुनाव लड़े। राहुल गांधी ने अब तक कहीं से भी किसी रूप में भी अमेठी से चुनाव लड़ने या ना लड़ने का कोई भी संकेत नहीं दिया है।

हिन्दुस्थान समाचार/लोकेश त्रिपाठी/राजेश