ओलावृष्टि से नुकसान हुई फसलों की सरकार ने की भरपाई, केंद्रीय राज्यमंत्री ने बांटे प्रमाण पत्र

Government compensated for crops damaged due to hailstor


जालौन, 09 मार्च (हि.स.)। जालौन में बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश और ओलावृष्टि से सैकड़ों गांव के किसानों की फसलें बर्बाद हो गई थी। इसके बाद शासन ने इन प्रभावित इलाकों का सर्वे कराया और शासन को रिपोर्ट भेजी। इसके बाद शासन ने क्षतिग्रस्त फसलों का मुआवजा किसानों के खाते में भेजना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा ने शनिवार को कोंच तहसील में सरकार द्वारा भेजा गया मुआवजा किसानों तक पहुंचाया और किसानों को प्रमाण पत्र सौंपे।





उल्लेखनीय है कि जालौन के अलग-अलग इलाकों में 20 और 27 फरवरी के साथ-साथ 1 से 3 मार्च तक बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से जनपद के अलग-अलग तहसील क्षेत्र के 323 ग्रामों के 6753 किसानों की 10406.3770 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल प्रभावित हो गई थी, जिसके बाद उत्तर प्रदेश शासन ने सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिये थे कि ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से प्रभावित समस्त काश्तकारों को मानक के अनुसार राहत सहायता उपलब्ध करायी जाये। कोई भी प्रभावित किसान छूटने न पाये। आकलन के बाद सरकार के द्वारा जनपद जालौन को सर्वाधिक 3 करोड़ की राहत राशि सौंपी गई। इसी राहत राशि को किसानों तक पहुंचाने के लिए आज तहसील सभागार कोंच में केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा व एसडीएम ने किसानों के खातों में रूपये पहुंचाए व प्रमाण पत्र भी सौंपे।



इस दौरान केन्द्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा ने कहा कि 20 फरवरी से 3 मार्च के बीच बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। इससे जनपद के किसानों का भारी नुकसान हुआ था और फसलें भी बर्बाद हो गई थीं। सरकार ने राहत पहुंचाते हुए जिले को 3 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि सौंपी है। अब तक 98 लाख रुपये किसानों के खातों में पहुंचाया जा चुका है।



हिन्दुस्थान समाचार/विशाल/राजेश