लखनऊ, उत्तर प्रदेश ने कोरोना आपदा शुरू होने के बाद देश-विदेश से 40 से अधिक निवेश प्रस्तावों को आकर्षित करने में सफलता प्राप्त की है। इनमें जापान, अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, दक्षिण कोरिया आदि देशों की कंपनियों के लगभग 45,000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं। औद्योगिक विकास प्राधिकरणों ने निवेश परियोजनाओं के लिए 426 एकड़ भूमि भी आवंटित कर दी है। इन परियोजनाओं से 1.35 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।

अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन ने शुक्रवार को यह जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि इन प्रस्तावों में जो क्रियान्वयन की दिशा में बढ़ चुके हैं उनमें प्रमुख रूप से हीरानंदानी ग्रुप की ओर से गौतम बुद्ध नगर में 750 करोड़ रुपये की लागत से डाटा सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव है। ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज की ओर से बाराबंकी में 300 करोड़ रुपये की लागत से खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने का प्रस्ताव है। एसोसिएटेड ब्रिटिश फूड पीएलसी की ओर से खमीर बनाने के लिए 750 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव भी मैच्योर हो चुका है।

इसके साथ ही डिक्सन टेक्नोलॉजीज की ओर से कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में नोएडा/ ग्रेटर नोएडा में 200 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है। जर्मनी की वॉन वेलिक्स कंपनी की ओर से फुटवियर निर्माण में 300 करोड़ रुपये का निवेश यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र में प्रस्तावित है। सूर्या ग्लोबल फ्लेक्सी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में मेटलाइज्ड फिल्म्स प्रोडक्शन प्लांट स्थापित करने का प्रस्ताव है जिसमें 953 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है।

टंडन ने बताया बीते छह महीनों में प्रदेश की औद्योगिक विकास प्राधिकरणों ने निवेश परियोजनाओं के लिए 426 एकड़ भूमि (326 भूखंड) आवंटित की है। इन परियोजनाओं में लगभग 6700 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है और 1.35 लाख लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।

अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त टंडन ने बताया कि सैमसंग ने चीन में प्रस्तावित डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को नोएडा में स्थापित करने का निर्णय किया है। कंपनी ने नोएडा में अपनी मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग इकाई के पास डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए 4800 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया है। कंपनी ने परियोजना पर काम शुरू कर दिया है। यहां जनवरी से उत्पादन शुरू होने की संभावना है और अप्रैल से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाएगा।

नोएडा में अब स्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त ने बताया माइक्रोसॉफ्ट भारत में अपना तीसरा कैंपस नोएडा में स्थापित करना चाहता है। इसके लिए कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ दो बैठकें हो चुकी हैं। माइक्रोसॉफ्ट की टीम जल्द ही साइट चिन्हित करने के लिए दौरा करेगी।

अपर मुख्य सचिव आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स आलोक कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स व स्टार्टअप नीति के तहत प्रदेश में तीन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विस्थापित करने के प्रस्ताव हैं। इनमें से एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए आइआइटी कानपुर नोएडा में विकसित करेगा। दूसरा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस एमएसएमई के इलेक्ट्रॉनिक्स कंपोनेंट निर्माण के लिए नोएडा में प्रस्तावित है। टाटा टेक्नोलॉजीज और कुछ कंपनियों के कंसोर्सियम ने लखनऊ व आसपास रक्षा क्षेत्र में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने का प्रस्ताव किया है।