कोकराझार (असम), 2 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग से सकुशल बाहर निकाले गये 41 श्रमिकों में से असम के दो श्रमिक बीते कल शाम गुवाहाटी पहुंचे, जहां से देर रात तक अपने घर पहुंचे। असम सरकार के अधिकारी उनके साथ थे। दोनों श्रमिकों का स्वास्थ्य अच्छा बताया गया है।

दोनों श्रमिक बीती देर रात को अपने-अपने घर पहुंचे। जहां कोकराझार पूर्व के विधायक लॉरेंस इस्लारी, कोकराझार जिला उपायुक्त के साथ-साथ बोडोलैंड के कई कार्यकारी पार्षदों ने बीती देर रात को श्रमिकों को आरोनाइ गमछा पहनाकर जोरदार स्वागत करते हुए श्रमिकों के साहस और धैर्य के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही बोडोलैंड सरकार की तरफ से सहायता करने की बात कही।

राम प्रसाद नार्जारी (40) और 35 वर्षीय संजय बसुमतारी कोकराझार के रामफलबिल गांव के रहने वाले हैं। दोनों श्रमिकों ने यहां गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अपने घर सुरक्षित पहुंचने के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए सुरक्षित वापस घर पहुंचने पर खुशी व्यक्त करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा और बोडोलैंड के मुख्य कार्यकारी पार्षद प्रमोद बोडो को धन्यवाद दिया ।



राम प्रसाद नार्जारी और संजय बसुमतारी ने कहा कि ''बचाए जाने के बाद, हमने अपने परिवार से बातचीत की। साथ ही कहा कि पहले तो डर लगा था, लेकिन विश्वास था कि वे सुरक्षित बच जाएंगे पर मदद के लिए संदेश भेजने के बाद सरकार ने सभी सुविधा मुहैया करवाई।



श्रमिक संजय बसुमतारी ने कहा कि अंदर फंसे लोगों ने ताश खेलकर समय बिताया।