नयी दिल्ली/चेन्नई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रसिद्ध तमिल लेखक ए. वलियप्पा को सोमवार को उनकी 100वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनके प्रयास आज के दौर में भी कई लोगों को प्रेरित करते हैं।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘मैं ए. वलियप्पा को उनकी 100वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्हें न केवल उनके उत्कृष्ट लेखन व कविताओं के लिए बल्कि बच्चों के बीच इतिहास, संस्कृति तथा साहित्य को लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों के लिए भी याद किया जाता है। उनके कार्य आज के दौर में भी कई लोगों को प्रेरित करते हैं।’’

तमिलनाडु के पुडुकोट्टई जिले के रयावरम में 7 नवंबर, 1922 को जन्मे वलियप्पा का निधन 16 मार्च 1989 को हुआ था। उन्होंने 13 साल की उम्र से कविताएं लिखना शुरू किया था।

उन्हें तमिल बाल साहित्य का जनक कहा जाता है जिन्होंने 1,000 से अधिक कविताएं तथा 55 से अधिक पुस्तकें लिखीं। उन्होंने 1950 में बाल साहित्य लेखकों को जोड़ने के लिए एक संगठन भी बनाया था। वह 16 साल से अधिक समय तक पांच बाल पत्रिकाओं के प्रधान संपादक थे।