सीबीआई ने मप्र में लगातार दूसरे दिन दी दबिश, 16 स्थानों पर मारा छापा

CBI raids MP second consecutive day, 16 places

- एनएचएआई के भोपाल डीजीएम एवं विदिशा प्रोजेक्ट के डायरेक्टर भी गिरफ्तार


भोपाल, 4 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के दो अधिकारियों, बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के दो निदेशकों और दो कर्मचारियों को 20 लाख रुपये की घूस के लेन देन के मामले में लगातार दूसरे दिन भी कार्रवाई की है। सीबीआई की दिल्ली और नागपुर की टीमों ने सोमवार को संयुक्त कार्रवाई करते हुए एनएचएआई भोपाल के डीजीएम और विदिशा में पदस्थ प्रोजेक्ट डायरेक्टर को भी गिरफ्तार किया है।

इससे पहले रविवार को सीबीआई की टीम ने दबिश देकर एनएचएआई के जीएम एवं प्रोजेक्ट डायरेक्टर नागपुर अरविंद काले, हरदा में पदस्थ उप महाप्रबंधक बृजेश कुमार साहू, भोपाल स्थित बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक अनिल बंसल व कुणाल बंसल और बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारी सी कृष्णा और छतर सिंह को गिरफ्तार किया था। सोमवार को नागपुर और दिल्ली सीबीआई की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एनएचएआई के भोपाल डीजीएम राजेंद्र कुमार गुप्ता और विदिशा में पदस्थ प्रोजेक्ट डायरेक्टर हेमंत कुमार को भी इसी घूसखोरी के मामले में गिरफ्तार किया है।

जानकारी के अनुसार सीबीआई की अलग-अलग टीमों ने सोमवार को नागपुर, भोपाल, हरदा, विदिशा और डिंडौरी में आरोपितों के कार्यालय, निवास और ठिकानों कुल 16 स्थानों पर छापेमारी की है। छापेमारी के दौरान करीब 90 लाख रुपये की नकदी व जेवर बरामद किए गए हैं। इससे रविवार को 20 लाख रुपये की घूस की राशि के साथ सीबीआई ने कुल एक करोड़ दस लाख रुपये बरामद किए थे। सोमवार को बरामदगी की यह राशि करीब बढ़कर करीब दो करोड़ हो चुकी है। सीबीआई ने सभी आरोपितों को भोपाल में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए उन्हें रिमांड पर लिया है।

सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार बंसल कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी कंपनी को विदिशा, भोपाल, हरदा से लेकर नागपुर तक मिले ठेकों के कंप्लीसन सर्टीफिकेट, प्रगति पत्रक और बिलों के भुगतान को लेकर लगातार संपर्क में रहते थे और घूस देकर कार्य कराते थे। इसी कारण भोपाल और विदिशा के एनएचएआई अधिकारी भी सोमवार को गिरफ्तार किए गए हैं। सीबीआई की टीमें सभी अधिकारियों से पूछताछ कर यह जानकारी जुटाने में लगी हैं कि घूसखोरी का यह धंधा कब से चल रहा था और किन-किन प्रोजेक्ट को घूस लेकर पास कराया गया और अब तक अधिकारियों ने कितने करोड़ की राशि घूस में प्राप्त की है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश/प्रभात