हरियाणा की गैंग से सीखा पेपर लीक, जेल से बाहर निकलते जगदीश बन गया गुरु

Jagdish became a guru after coming out of jail


जयपुर, 7 मार्च (हि.स.)। पेपर लीक मामले में गिरफ्तार जगदीश विश्नोई ने जेल में रहकर हरियाणा की गैंग से पेपर लीक करना सीखा और जेल से बाहर आते ही वह पेपर लीक का गुरु बन गया है। अधिकांश परीक्षाओं के पेपर लीक में कहीं न कहीं और किसी न किसी रूप में जगदीश विश्नोई का रोल रहा है।

स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के अफसरों का कहना है कि गिरफ्तार शख्स गुरु उर्फ जगदीश विश्नोई पेपर लीक केस का सबसे बड़ा आरोपित है। उसने अब तक बारह परीक्षाओं के पेपर लीक कराए हैं, उस पर बारह केस दर्ज हैं। जगदीश विश्नोई से लगातार पूछताछ जारी है। जगदीश विश्नाई की प्रोपट्री को भी चिन्हित कर लिया गया है।







हर बार जेल से बाहर आकर नई चालें चलता



अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस-एसओजी वी के सिंह ने बताया कि जगदीश विश्नोई को सबसे पहले साल 2002 में इस काम से जुड़ा था। शुरुआत परीक्षाओं के दौरान फर्जी अभ्यर्थी बिठाने से की थी। उसके बाद पकड़ा नहीं गया तो दिल खुल गया, खुद ने सेटिंग बिठाकर 2007 में टीचर की परीक्षा पास की और टीचर बन गया। उसके बाद भी पेपर लीक कराना जारी रहा। कभी डमी अभ्यर्थी बनाकर, कभी ऑन लाइन परीक्षाओं में कम्प्यूटर हैक कराकर और अब सीधे पेपर ही चोरी करवा कर उसने राजस्थान सरकार की नाक में दम कर दिया। साल 2002 से अब तक चार सरकारें बदल चुकीं, पांचवी सरकार में उसे फिर से पकड़ा गया है। जगदीश पेपर लीक के दौरान पकड़ा गया तो वह जेल में हरियाणा की गैंग के संपर्क में आया और उनकी मदद से ऑनलाइन परीक्षाओं में कम्प्यूटर हैक कर नकल के मामलों में मास्टरमाइंड बना था। पेपर लीक कराने के बाद जब पुलिस एक्टिव होती तो वह फरारी काटता और इस बीच हरियाणा की गैंग के साथियों के साथ मिलकर मादक पदार्थों की तस्करी करने लगता।







खुद सिर्फ तीन साल की सरकारी नौकरी, 2010 से निलंबित चल रहा



जगदीश को साल 2007 में शिक्षक के पद पर नियुक्ति किया गया, लेकिन साल 2010 में पेपर लीक में नाम आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था। तभी से वह निलंबित ही चल रहा है। जगदीश बिश्नोई अब तक पुलिस भर्ती परीक्षा 2007, नर्सिंग भर्ती परीक्षा 2010, सैकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा 2012, राजस्थान रोडवेज परिचालक भर्ती परीक्षा 2012, राजस्थान पुलिस भर्ती परीक्षा 2014, जूनियर अकाउंटेंट भर्ती परीक्षा 2015, पुलिस एसआई भर्ती परीक्षा में नकल करवा चुका है। इनमें कई बार गिरफ्तार हो चुका। फरारी के दौरान 2018 में बीएसटीसी भर्ती परीक्षा में नकल कराने का मामला सामने आ चुका है। इसके बाद अन्य परीक्षाओं में भी नकल कराई है।











इन छह भर्ती परीक्षाओं को टारगेट कर रही एसओजी



एसओजी अफसरों का कहना कि साल 2020 से लेकर 2022 तक हुई छह भर्ती परीक्षाओं को निचोड़ा जा रहा है। इनमें सीएचओ भर्ती परीक्षा 2020, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2021, रीट परीक्षा 2021, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022, कनिष्ट अभियंता डिग्री परीक्षा और हाईकोर्ट लिपिक भर्ती परीक्षाएं शामिल हैं। इन परीक्षाओं में पेपर लीक और अन्य मामलों की जांच की जा रही है। इन परीक्षाओं के लिए फिलहाल एसआईटी गठित की गई है और उसे एडीजी वीके सिंह लीड कर रहे हैं। आईपीएस और आरपीएस अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी गई हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश/संदीप