अयोध्या, 02 जनवरी । कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर अयोध्या का जीर्णोद्धार कराये जाने की मांग की है।



श्री धर्महरि चित्रगुप्त मंदिर तुलसी उधान से लगभग 500 मीटर पूरब दिशा में, डेरा बीबी मोहल्ले में, बेतिया राज्य के मंदिर के निकट है। नयाघाट से मंदिर की सीधी दूरी लगभग एक किलोमीटर होगी। यह मंदिर कायस्थों के चारों धामों में दूसरे स्थान का महत्व रखता है।

कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय के अध्यक्ष दिनेश खरे ने बताया कि यह अतिविशिष्ट धाम अपने ही विकास की बाट जोह रहा है। एक तरफ पूरी अयोध्या में चहुंओर विकास की गंगा बह रही है तो दूसरी ओर अयोध्या के कटरा में यह चित्रगुप्त धाम जीर्ण-शीर्ण हालत में हैं। इसके विकास की मांग अब कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय ने उठाई है।



दिनेश खरे का कहना है कि जब पूरी अयोध्या में विकास की गंगा बह रही है। तो इस मंदिर का भी जीर्णोद्बार होना चाहिए। पूरी दुनिया से चित्रगुप्त के वंशज यहां दर्शन-पूजन एवं अपनी कामना की पूर्ति के लिए आते हैं। आज की तारीख में यह मंदिर सरकार की ओर देख रहा है। जब भगवान राम त्रेतायुग में आये थे तो उन्होंने यह मंदिर अपने हाथों से बनवाया था आज जब एक बार फिर तकरीबन 500 सालों बाद रामलला को अपना घर मिल रहा है तो उन्हीं के बनाये इस मंदिर पर भी उनके लोगों द्बारा उसी तरह विकास कराया जाना चाहिए। ताकि चित्रगुप्त भी उनके इस प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचे। कहीं ऐसा न हो कि उनके प्राण-प्रतिष्ठा में सारे लोग आयें और फिर चित्रगुप्त न आयें तो बड़ी मुसीबत होगी।

कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय के मीडिया प्रभारी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि कायस्थ जागरण संस्थान भारत, अखिल भारतीय चित्रांश महासभा, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं अन्य कायस्थ संस्थाओं ने भी एक स्वर से मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग उठायी है।